Detective Sherdil Hindi Review में जानिए कैसे एक जबरदस्त स्टारकास्ट वाली फिल्म भी पूरी तरह फेल हो गई। सस्पेंस और कॉमेडी दोनों में धोखा।
Movie Info:
Movie Name | Detective Sherdil |
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Language | Hindi |
Genre | Mystery / Crime / Comedy |
Director | Not Worth Mentioning 😅 |
Lead Actors | Diljit Dosanjh, Top B-Town Cast |
Duration | ~100 Minutes of Torture |
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Detective Sherdil Hindi Review – क्या ये फिल्म सिनेमा का सबसे बड़ा मजाक है?
“सिकंदर” के बाद लोग कह रहे थे कि सलमान भाई को पीछे मुड़कर देखना चाहिए, लेकिन “डिटेक्टिव शेर दिल” देखने के बाद लगने लगता है कि शायद “सिकंदर” भी महान फिल्म थी। Detective Sherdil Hindi Review इस बात को साबित करता है कि सिर्फ बड़ी कास्टिंग और चमक-धमक से अच्छी फिल्म नहीं बनती।
Detective Sherdil Hindi Review – मूवी या मासूम जनता से धोखा?
बॉलीवुड में जब बड़ी कास्ट हो, तो हम उम्मीद कर बैठते हैं कि कुछ तो शानदार होगा। लेकिन Detective Sherdil Hindi Review लिखते समय समझ आया – सिर्फ कास्ट से फिल्म नहीं चलती, कहानी भी चाहिए।
शेरग का पंजाबी वर्जन, खुद को कहने वाला ये डिटेक्टिव ना तो शेर है, ना दिल वाला है। फिल्म की शुरुआत में लगता है कुछ थ्रिल, कुछ मजेदार सस्पेंस होगा – लेकिन जो मिलता है वो 100 मिनट का टाइम पास टॉर्चर है।
Movie Plot Short Summary:
- यूरोप के अमीर बिजनेसमैन का मर्डर
- डिटेक्टिव शेर दिल हाथ धोकर कातिल के पीछे
- केस: बाइक सवार सीरियल किलर + जली हुई कार + गायब ड्राइवर
- ट्विस्ट: पूरी वसीयत एक कुत्ते के नाम
- सवाल: परिवार के किसी सदस्य को क्यों नहीं मिला पैसा?
- मिस्ट्री: क्यों बनाई गई ये मूवी?
Highlights from Detective Sherdil Hindi Review
पॉइंट्स | विश्लेषण |
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स्टोरी | प्लॉट का बुरा हाल, क्लास 5 की कहानी लगती है |
सस्पेंस | है ही नहीं, पब्लिक थिएटर में झपकी लेती है |
एक्शन | जीरो लेवल, नाम शेर दिल लेकिन दिल एक पेंटिंग में है |
कॉमेडी | Twitter पे ज़्यादा मज़ेदार मीम्स मिल जाएंगे |
एक्टिंग | सबने बस स्क्रीन भरी है, कुछ नया नहीं दिया |
मेरी रेटिंग
🌟 मेरी रेटिंग | ❌ 0.5/5 (वो भी सिर्फ उस पेंटिंग के लिए) |
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❓FAQs
Q1. क्या Detective Sherdil बच्चों के लिए सही फिल्म है?
उत्तर: बच्चों को इससे दूर ही रखें, वो कहीं डिटेक्टिव बनने का सपना ना छोड़ दें।
Q2. क्या फिल्म में कोई सस्पेंस है?
उत्तर: नहीं, जितना सस्पेंस आप बस स्टॉप पर इंतज़ार में महसूस करते हैं, उससे भी कम है।
Q3. क्या दिलजीत दोसांझ की परफॉर्मेंस अच्छी है?
उत्तर: नहीं, इस बार शायद उन्होंने भी म्यूजिक एल्बम मिस कर दिया।
Q4. फिल्म किस इंग्लिश फिल्म से इंस्पायर्ड लगती है?
उत्तर: फिल्म की आत्मा हॉलीवुड से है, शरीर इंडिया से – नाम लेना ठीक नहीं पर पहचानने में देर नहीं लगेगी।
Q5. क्या इसे थिएटर में देखना चाहिए?
उत्तर: नहीं, घर में झाड़ू-पोंछा कर लो, ज्यादा satisfaction मिलेगा।
Q6. क्या ये फिल्म मिस्ट्री या कॉमेडी है?
उत्तर: ना मिस्ट्री है ना कॉमेडी – बस एक cinematic झांसा है।
Q7. क्या किसी एक्टर ने अच्छा काम किया?
उत्तर: एक पेंटिंग ने पूरी फिल्म से ज्यादा इमोशन दिखाया – वो ही बेस्ट रोल में थी।
Conclusion – एक पेंटिंग और ढेर सारा पछतावा
अगर आपने Detective Sherdil Hindi Review नहीं पढ़ा होता और मूवी देख लेते, तो शायद खुद को कोसते। फिल्म में कुछ भी ऐसा नहीं जो उसे सस्पेंस, क्राइम या कॉमेडी की श्रेणी में रख सके। और सबसे दुखद हिस्सा? स्टार पावर होते हुए भी फिल्म ज़मीन पर गिर गई।
अगर टाइम और दिमाग की कदर करते हो – तो इस मूवी को खुद से दूर ही रखना।
वरना अगले हफ्ते आप भी Instagram पर ये रिव्यू लिखते नज़र आएंगे।
Detective Sherdil Hindi Review इस बात का सबूत है कि बड़ी स्टारकास्ट भी एक बकवास फिल्म को नहीं बचा सकती। फिल्म में न जासूसी है, न शेर दिल जैसा कोई किरदार। सिर्फ एक बोरिंग, खिंची हुई, कॉपी की हुई स्टोरी और जबरन घुसी हुई कॉमेडी।
अगर आप समय और दिमाग की कदर करते हैं, तो इस फिल्म से दूर रहिए।
वरना अगले दिन आप भी “Detective Sherdil” को कोसते नजर आएंगे।